ओम सर्वमंगल मांगल्य शिवे सर्वार्थ साधिके
शरन्येत्र अम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते ||
Om Sarvamangal Maangalya Shive Sarvaarth Saadhike
Sharanyetra Ambike Gauri Narayani Namostute ||
कवच प्रारम्भाः
Kavach Praarambhah
ओम नमश्चण्डिकायै मार्कण्डेय उवाच
ओम यद्गुह्यं परमं लोके सर्व रक्षाकरम नृणां
यन्न कस्य चिदाख्यातम तन्मे ब्रूहि पितामह
ब्रह्मोवाच
एस्टी गुह्यतमं विप्रा सर्व भूतोपकारकम
दिव्यास्तु कवचं पुण्यं तच्छृणुश्व महामुने
ओम यद्गुह्यं परमं लोके सर्व रक्षाकरम नृणां
यन्न कस्य चिदाख्यातम तन्मे ब्रूहि पितामह
ब्रह्मोवाच
एस्टी गुह्यतमं विप्रा सर्व भूतोपकारकम
दिव्यास्तु कवचं पुण्यं तच्छृणुश्व महामुने
Om Namashchandikaaye Maarkandeya Uvaach.
Om Yadguhyam Parmam Loke Sarva Rakshaakaram Nrinaam
Yann Kasya Chidaakhyaatam Tanme Broohi Pitamah
Brahmovaach
Asti Guhyatamam Vipra Sarva Bhootopkaarkam
Divyaastu Kavacham Punyam Tachhrinushva Mahaamune
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी
ट्रिटियम चन्द्रघण्टेति कुष्माण्डेति चतुर्थकम
पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठम कात्यायनीति च
सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति छसतमम
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः
ट्रिटियम चन्द्रघण्टेति कुष्माण्डेति चतुर्थकम
पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठम कात्यायनीति च
सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति छसतमम
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः
Prathamam Shailputri cha Dwitiyam Brahmacharini
Tritiyam Chandraghanteti Kushmaandeti Chaturthakam
Panchamam Skandmaateti Shashtham Kaatyayneeti cha
Saptamam Kaalraatriti Mahagauriti Chaastamam
Navamam Sidhhidaatri cha Navdurgaah Prakeertitaah
उत्तानएतानी नामानि ब्रह्मणैव महात्मना
अग्निना दह्यमानस्तु शत्रु मध्ये गतो राणे
विषमे दुर्गम चैव भयार्ताः शरणम गताः
न तेषां जायते किञ्चिदशुभं रणसङ्कटे
अग्निना दह्यमानस्तु शत्रु मध्ये गतो राणे
विषमे दुर्गम चैव भयार्ताः शरणम गताः
न तेषां जायते किञ्चिदशुभं रणसङ्कटे
Uttaanyetaani Naamaani Brahmanaiv Mahaatmana
Agninaa Dahyamaanastu Shatru Madhye Gato Rane
Vishme Durgame Chaiv Bhayaartaah Sharanam Gataah
Na Teshaam Jaayate Kinchidashubham Ransankate
नापदम तस्य पश्यामि शोकदुख भयम न ही
यैस्तु भक्त्या स्मृता नूनं तेषां वृद्धिः प्रजायते
ये तवाम स्मरन्ति देवेशि राक्षस तान्न संशयः
प्रेतसंस्था तू चामुंडा वाराही महिषासना
यैस्तु भक्त्या स्मृता नूनं तेषां वृद्धिः प्रजायते
ये तवाम स्मरन्ति देवेशि राक्षस तान्न संशयः
प्रेतसंस्था तू चामुंडा वाराही महिषासना
Naapadam Tasya Pashyaami Shokdukh Bhayam Na hi
Yaistu Bhaktya Smritaa Noonam Teshaam Vridhhih Prajaayate
Ye Twaam Smaranti Deveshi Rakshase Taann Sanshayah
Pretsansthaa tu Chamunda Vaarahi Mahishaasanaa
ऐंड्री गजसमा रूढ़ा वैष्णवी गरुड़ासना
माहेश्वरी वृषा रूढ़ा कौमारी शिखि वाहना
लक्ष्मी पद्मासना देवी पद्महस्ता हरिप्रिया
श्वेतरऊप धारा देवी ईश्वरी वृषवाहना
माहेश्वरी वृषा रूढ़ा कौमारी शिखि वाहना
लक्ष्मी पद्मासना देवी पद्महस्ता हरिप्रिया
श्वेतरऊप धारा देवी ईश्वरी वृषवाहना
Aindri Gajsamaa Roodhaa Vaishnavi Garudaasana
Maheshwari Vrishaa Roodhaa Kaumari Shikhi Vaahanaa
Lakshmi Padmaasana Devi Padmahastaa Haripriya
Shwetroop Dharaa devi Ishwari Vrishvaahanaa
ब्राहमी हंस समारूढ़ा सर्वाभरण भूषिता
ईटएेता मातरह सर्वाह सर्वायोग समन्विताः
नाना भारण शोभाधहया नाना रत्नो पशोभिता
दृश्यांते रात मारूढ़ा देवयाः क्रोध समा कुलाह
ईटएेता मातरह सर्वाह सर्वायोग समन्विताः
नाना भारण शोभाधहया नाना रत्नो पशोभिता
दृश्यांते रात मारूढ़ा देवयाः क्रोध समा कुलाह
Braahmi Hans Samaaroodhaa Sarvaabharan Bhooshita
Ityetaa Maatarah Sarvaah Sarvayog Samanvitaah
Naanaa Bharan Shobhaadhhyaa Naanaa Ratno Pashobhitaa
Drishyante Rath Maaroodhaa Devyah Krodh Samaa Kulaah
शंखम चक्रम गदाम शक्तीं हलम छा मूसलायूधम
खेटकम टॉमराम चैव परशुम पाशामेव छा
कूंतायुधम त्रिशूलाम छा शारगम मायूधमुत्तमाम
दैत्यानाँ दहनाशाय भक्टानां भायाय छा
खेटकम टॉमराम चैव परशुम पाशामेव छा
कूंतायुधम त्रिशूलाम छा शारगम मायूधमुत्तमाम
दैत्यानाँ दहनाशाय भक्टानां भायाय छा
Shankham Chakram Gadaam Shaktim Halam cha Muslaayudham
Khetakam Tomram chaiv Parshum Paashamev cha
Kuntaayudham Trishulam cha Shaargam Maayudhmuttamam
Daityaanaam Dehnaashaay Bhaktaanaam Bhayaay cha
धारायणतया युधा नीथम देवानाँ छा हिताय वाई
नमस्ते अस्तु महारौद्रे महाघोर पराक्रमे
महाबले महोत्साहे महाभे विनासिनी
त्राहिमाँ देवी दुष्प्रेक्षये शत्रुणाम भयवर्धीनी
नमस्ते अस्तु महारौद्रे महाघोर पराक्रमे
महाबले महोत्साहे महाभे विनासिनी
त्राहिमाँ देवी दुष्प्रेक्षये शत्रुणाम भयवर्धीनी
Dhaarayantya Yudha Neetham Devaanaam cha Hitaay Vai
Namaste Astu Mahaaraudre Mahaaghor Paraakrame
Mahaabale Mahotsaahe Mahaabhay Vinaashini
Traahimaam Devi Dushprekshye Shatrunaam Bhayvardhini
प्राच्यां रक्षातु मामांड्री आग्नेययाम अग्नि देवता
दक्षिणेवातु वाराआही नैऋत्यां खंगधारिणी
प्रतीचयां वारुणी रक्षेद वायवयां मृगवाहिनी
उदिचाम पाटु कौमारी ऐशानयाम शूलधारिणी
दक्षिणेवातु वाराआही नैऋत्यां खंगधारिणी
प्रतीचयां वारुणी रक्षेद वायवयां मृगवाहिनी
उदिचाम पाटु कौमारी ऐशानयाम शूलधारिणी
Praachyaam Rakshatu Maamaindri Aagneyyaam agni Devta
Dakshinevatu Vaaraaahi Nairityaam Khangdhaarini
Prateechyaam Vaaruni Rakshed Vaayavyaam Mrigvaahini
Udichaam Paatu Kaumaari Aishaanyaam Shooldhaarini
ऊर्ध्वाँ ब्रह्मानी मे रक्षेधास्टाद वैष्णवी तथा
एवं दशदीशो रक्षेचामुंडा शाववाहा
जया मे छग्रतः पाटु विजया पाटु पृष्ठतः
अजीता वामपर्श्वे तू दक्षिने छापराजिता
एवं दशदीशो रक्षेचामुंडा शाववाहा
जया मे छग्रतः पाटु विजया पाटु पृष्ठतः
अजीता वामपर्श्वे तू दक्षिने छापराजिता
Oordhwam Brahmaani Me Rakshedhastaad Vaishnavi Tathaa
Evam Dashdisho Rakshechaamunda Shavvaahaa
Jaya me Chagratah Paatu Vijaya Paatu Prishthatah
Ajitaa Vaamparshwe Tu Dakshine Chaaparaajita
शिखा मुद्योतिनी रक्षहेदुमा मूर्ढनी व्यवस्थिता
मालाधारी ललाते चाभरुओऊ रख़्शेद यशसविनी
त्रिनेत्रा छा भरुओोर्माध्य याँ घंटा छा नासिके
शंखिनी चक्षुषोर मध्य श्रोत्रयॉर द्वारवासिनी
मालाधारी ललाते चाभरुओऊ रख़्शेद यशसविनी
त्रिनेत्रा छा भरुओोर्माध्य याँ घंटा छा नासिके
शंखिनी चक्षुषोर मध्य श्रोत्रयॉर द्वारवासिनी
Shikha Mudyotini Rakshedumaa Moordhni Vyavasthitaa
Maalaadhari Lalaate chabhruvou rakhshed Yashasvini
Trinetra cha Bhruvormadhye Yam Ghantaa cha Naasike
Shankhini Chakshushor madhye Shrotrayor Dwaarwaasini
कपोलौ कालिका रक्षेट कर्ण मूलेतू शानकारी
नासिकायाँ सुगंधा छा उत्तारोष्ठे छा चर्चिका
आधारे चामृत कला जिहवायाम छा सरस्वती
दांतान रक्षातु कौमारी कण्तदेशे तू चंडिका
नासिकायाँ सुगंधा छा उत्तारोष्ठे छा चर्चिका
आधारे चामृत कला जिहवायाम छा सरस्वती
दांतान रक्षातु कौमारी कण्तदेशे तू चंडिका
Kapolau Kaalika Rakshet Karn Mooletu Shaankari
Naasikaayaam Sugandhaa Cha Uttaroshthe cha Charchika
Adhare Chaamrit Kalaa Jihvayaam cha Saraswati
Dantaan Rakshatu Kaumaari Kanthdeshe Tu Chandika
घंतिकाम चितरघंटा छा महामआया छा तालुके
कामाक्षी छिबूकम रक्षेद वाचम मे सर्वमंगला
ग्रीवायाम भद्रकाली छा पृष्तवंशे धनुर्धारी
नीलग्रीवा बहीः कंते नलीकाम नलकूबरी
कामाक्षी छिबूकम रक्षेद वाचम मे सर्वमंगला
ग्रीवायाम भद्रकाली छा पृष्तवंशे धनुर्धारी
नीलग्रीवा बहीः कंते नलीकाम नलकूबरी
Ghantikaam Chitraghantaa cha Mahaamaaya cha Taaluke
Kaamaakshi chibukam Rakshed Vaacham me Sarvamangalaa
Greevaayaam Bhadrakaali cha Prishthvanshe Dhanurdhari
Neelgreeva Bahih Kanthe Nalikaam Nalkoobari
स्कंधयो खाण्गिनी रक्षेद बाहू मे वज्रधारिणी
हसत्यो दंडिनी रक्षेदंबिका चंगुलीषू छा
ना खाच्चूलेश्वरी रक्षेट कूक्षौ रक्षेतकुलेश्वरी
स्तनौ रक्षेन महादेवी मनः शोक विनासिनी
हसत्यो दंडिनी रक्षेदंबिका चंगुलीषू छा
ना खाच्चूलेश्वरी रक्षेट कूक्षौ रक्षेतकुलेश्वरी
स्तनौ रक्षेन महादेवी मनः शोक विनासिनी
Skandhyoh Khangini Rakshed Baahu Me Vajradhaarini
Hastyo Dandini Rakshedambika Changuleeshu cha
Na Khaachhooleshwari Rakshet Kukshou Rakshetkuleshwari
Stanau Rakshen Mahaadevi Manah Shok Vinaashini
हृदाए ललिता देवी उड़रे शूलधारिणी
नभौ छा कामिनी रक्षेद गुहयम गुहयशवरी तथा
पूतना कामिका मेधहराम गूदे महीश्वाहिनी
कात्यां भगवती रक्शेजज़ानूनी विंध्यवासिनिओर्णर
नभौ छा कामिनी रक्षेद गुहयम गुहयशवरी तथा
पूतना कामिका मेधहराम गूदे महीश्वाहिनी
कात्यां भगवती रक्शेजज़ानूनी विंध्यवासिनिओर्णर
Hridaye Lalita Devi Udare Shooldhaarini
Nabhau cha Kaamini Rakshed Guhyam Guhyeshwari tathaa
Pootna Kaamika Medhhram Gude Mahishwaahini
Katyaam Bhagwati rakshejjaanuni Vindhyavaasiniornar
जंघे महाबाला रक्षेट सर्वाकाम प्रदायिनी
गुल्फयोरनारसिंघई छा पादपरष्तह्े तू ताइजासी
पाडानगुलीषू श्री रक्षेट पादाधस्टल वासिनी
नख़ान दंष्ट्राकराली छा केशांश चैईवोरधवा केशीनी
गुल्फयोरनारसिंघई छा पादपरष्तह्े तू ताइजासी
पाडानगुलीषू श्री रक्षेट पादाधस्टल वासिनी
नख़ान दंष्ट्राकराली छा केशांश चैईवोरधवा केशीनी
Janghe Mahaabalaa Rakshet Sarvakaam Pradaayini
Gulfyornaarsinghi cha Paadprishthhe tu Taijasee
Paadaanguleeshu shree Rakshet Paadaadhastal Vaasini
Nakhaan Danshtraakaraali cha Keshaansh chaivordhva Keshini
रोमकूपेशु क्ौबेरी त्वचम वागीश्वरी तथा
रक्त मज़ा वसा मानसान्यास्थी मेडआम्सी पार्वती
अंतरानी कालरात्ृिश छा पित्तम छा मुक्तेश्वरी
पद्मावती पद्मकोशे काफे चूड़ामनिसटता
रक्त मज़ा वसा मानसान्यास्थी मेडआम्सी पार्वती
अंतरानी कालरात्ृिश छा पित्तम छा मुक्तेश्वरी
पद्मावती पद्मकोशे काफे चूड़ामनिसटता
Romkoopeshu Kauberi Tvacham Vaageeshwari Tathaa
Rakt majaa Vasaa maansaanyasthi Medaamsi Paarvati
Antraani Kaalraatrish cha Pittam cha Mukteshwari
Padmaavati Padmakoshe Kafe Choodamnistathaa
ज्वालामुखी नखजवालाँ भेदया सर्वसंधिशु
शुक्रम ब्रह्मानी मे रक्षेच्छायाँ च्चातरेशवरीं तथा
अहंकारम मनोबुधहीं रक्षेन्मे धर्मशारिणी
प्राणापानौ तथा व्यान्मुड़ानम् छा समांकम
शुक्रम ब्रह्मानी मे रक्षेच्छायाँ च्चातरेशवरीं तथा
अहंकारम मनोबुधहीं रक्षेन्मे धर्मशारिणी
प्राणापानौ तथा व्यान्मुड़ानम् छा समांकम
Jwaalaamukhi Nakhjwaalaam Bhedyaa Sarvasandhishu
Shukram Brahmaani me Rakshechhaayaam Chhatreshvareem Tathaa
Ahankaaram Manobudhhim Rakshenme Dharmshaarini
Praanaapaanau tathaa Vyaanmudaanam cha Samaankam
वज्राहस्ता छा मे रक्षेत्प्राणाँ कल्याणषोभना
रास रूपए छा गंधे छा शबदे स्पर्शे छा योगिनी
सातवाँ राजस्टमश्चैव रक्षे नारायानी सदा
आयु रक्षातु वाराही धर्मां रक्षातु वैष्णवी
रास रूपए छा गंधे छा शबदे स्पर्शे छा योगिनी
सातवाँ राजस्टमश्चैव रक्षे नारायानी सदा
आयु रक्षातु वाराही धर्मां रक्षातु वैष्णवी
Vajrahastaa cha me Rakshetpraanam Kalyaanshobhana
Rase Roope cha Gandhe cha Shabde Sparshe cha Yogini
Satwam Rajastamashchaiv Rakshe Narayani Sadaa
Ayu Rakshatu Vaaraahee Dharmam Rakshatu Vaishnavi
यशाह कीर्तिं छा लक्ष्मीं छा धनम विद्याम छा चकरीनी
गोतरमिंडराणी मे रक्षेत्पषूण्मे रक्षा चंदिके
पुत्रां रक्षेन महालक्ष्मीर भार्याम रक्षातु भैरवी
पंथाणम सुपता रक्षेनमार्गम क्षेंकारी तथा
गोतरमिंडराणी मे रक्षेत्पषूण्मे रक्षा चंदिके
पुत्रां रक्षेन महालक्ष्मीर भार्याम रक्षातु भैरवी
पंथाणम सुपता रक्षेनमार्गम क्षेंकारी तथा
Yashah Keertim cha Lakshmim cha Dhanam Vidyaam cha Chakrini
Gotramindraani me Rakshetpashoonme Raksha Chandike
Putraan Rakshen Mahalakshmeer Bhaaryaam Rakshatu Bhairavi
Panthaanam Supathaa Rakshenmaargam Kshemkari Tathaa
राजद्वारे महालक्ष्मीर विजया सर्वतः स्थिता
रक्षाहीनाम तू यतस्तानम वर्जीताम कवचें तू
तथसार्वाँ रक्षमेदेवी जयंती Pआप्णाशिनि
पद्मेकम ना गच्चेतु यादी च्छेच्छूभ मात्मानः
रक्षाहीनाम तू यतस्तानम वर्जीताम कवचें तू
तथसार्वाँ रक्षमेदेवी जयंती Pआप्णाशिनि
पद्मेकम ना गच्चेतु यादी च्छेच्छूभ मात्मानः
Raajdwaare Mahaalakshmir Vijaya Sarvatah Sthitaa
Rakshaaheenam tu Yatasthaanam Varjitam Kavchen Tu
Tatsarvam Rakshmedevi Jayanti PaapNaashini
Padmekam Na Gachhetu Yadee chhechhubh Maatmanah
कवचेनावृयतो नित्यं यात्रा यतरैइव गच्हती
टॅट्रा तत्रारथ लाभाषचा विजयः सार्वा कामिकः
याँ याँ चींत्यते कामाम ताम ताम प्रापनोटी निश्चिटम
परमायश्वर्या मातुलम प्राप्स्याते भूतले पुमान
टॅट्रा तत्रारथ लाभाषचा विजयः सार्वा कामिकः
याँ याँ चींत्यते कामाम ताम ताम प्रापनोटी निश्चिटम
परमायश्वर्या मातुलम प्राप्स्याते भूतले पुमान
Kavchenaavrito Nityam Yatra Yatraiv Gachhati
Tatra Tatraarth Laabhashcha Vijayah Saarva Kaamikah
Yam Yam Chintyate Kamam Tam Tam Praapnoti Nishchitam
Parmaishwarya Matulam Prapsyate Bhootale Pumaan
निर्भयो जायते मारत्यह संग्रामेश्वा पराजिटः
ट्रैलॉक्ये तू भवेतपुज्याह कवचेनावृताः पुमान
इदं तू देवयाः कवचम देवानाँ आपी दुर्लभं
यह पातेत प्राहतो नित्यं त्रसंध्यम श्राध्यान विताः
ट्रैलॉक्ये तू भवेतपुज्याह कवचेनावृताः पुमान
इदं तू देवयाः कवचम देवानाँ आपी दुर्लभं
यह पातेत प्राहतो नित्यं त्रसंध्यम श्राध्यान विताः
Nirbhayo Jaayate Martyah Sangraameshwa Parajitah
Trailokye Tu Bhavetpujyah Kavchenaavritah Pumaan
Idam tu Devyaah Kavcham Devaanaam api Durlabham
Yah Pathet Prahto Nityam Trisandhyam Shradhyaan vitah
देवी कला भवेटस्या ट्रैलॉक्ये श्वपराजिटः
जीवेड वर्षशाटम सागराम पमृत्यु विवर्जीतः
नाश्यांती व्याधयन सर्वे लूटाविस्फोट कादयाः
स्थावरम जंगम चैव कृत्रिमम छापी यादविषम
जीवेड वर्षशाटम सागराम पमृत्यु विवर्जीतः
नाश्यांती व्याधयन सर्वे लूटाविस्फोट कादयाः
स्थावरम जंगम चैव कृत्रिमम छापी यादविषम
Devi Kalaa Bhavetasya Trailokye shwaparaajitah
Jeeved Varshshatam Saagram pamrityu vivarjitah
Nashyanti Vyadhyan Sarve Lootavisfot Kaadayah
Sthaavaram Jangam Chaiv Kritrimam Chaapi Yadvisham
अभिचारनी सर्वानी मंतरा यंत्रानी भूतले
भूचराः खेचआराश चैव जलजाश्चोप देशिकाह
सहजा कूलजा माला डाकिनी शाकिनी तथा
अंतरिक्ष चारा घोरा डाकीनयश्च महाबलाह
भूचराः खेचआराश चैव जलजाश्चोप देशिकाह
सहजा कूलजा माला डाकिनी शाकिनी तथा
अंतरिक्ष चारा घोरा डाकीनयश्च महाबलाह
Abhichaarani Sarvaani Mantra Yantraani Bhootale
Bhoocharaah Khecharaash Chaiv Jaljaashchop Deshikaah
Sehjaa Kuljaa Maalaa Daakini Shaakini Tathaa
Antariksh charaa ghoraa Daakinyashch Mahaabalaah
ग्रह भूत पिशाचाश्च यक्ष गंधर्व राक्षसा
ब्रह्म राक्षस वेतालाह कूशमांडः भैरवादयाः
नाश्यांती दर्शणट्तस्या कवचे हृीदी संस्थीते
मनोन्नटिर भावेदरा ग्यस्ते जो वृढ़ही करम परम
ब्रह्म राक्षस वेतालाह कूशमांडः भैरवादयाः
नाश्यांती दर्शणट्तस्या कवचे हृीदी संस्थीते
मनोन्नटिर भावेदरा ग्यस्ते जो वृढ़ही करम परम
Grah Bhoot Pishaachaashch Yaksh Gandharv Raakshasaa
Brahm Raakshas Vetaalaah Kooshmaandah Bhairvaadayah
Nashyanti Darshanttasya Kavche Hridi Sansthite
Manonnatir Bhavedra Gyaste Jo Vridhhi Karam Param
यशासा वर्धते सो आपी कीर्ति मंडित भूतले
जपेट सप्तशटीम चांदीं कृतवा तू कवाचम पूरा
यावाद भूमंडलम धत्ते सशैल वंकानआनाम
टावत तिष्ठती मेदिन्याम संतटीह पुत्रा पौटरिकी
जपेट सप्तशटीम चांदीं कृतवा तू कवाचम पूरा
यावाद भूमंडलम धत्ते सशैल वंकानआनाम
टावत तिष्ठती मेदिन्याम संतटीह पुत्रा पौटरिकी
Yashasaa Vardhate So api Keerti Mandit Bhootale
Japet Saptashatim Chandeem Kritva tu Kavacham Pura
Yaavad Bhoomandalam Dhatte Sashail Vankaananam
Taavat Tishthati Medinyaam Santatih Putra Pautrikee
देहानते परमां स्थानम यत सुरारपी दुर्लभं
प्रापनोटी पुरुषो नित्यं महामआया प्रसादतः
लाभाते परमां रूपम शिवेन सह मोडते
ओम इति श्री देवयाह कवचम संपूर्णां ||
प्रापनोटी पुरुषो नित्यं महामआया प्रसादतः
लाभाते परमां रूपम शिवेन सह मोडते
ओम इति श्री देवयाह कवचम संपूर्णां ||
Dehaante Paramam Sthaanam Yat surairapi Durlabham
Praapnoti Purusho Nityam Mahaamaya Prasaadatah
Labhate Parmam Roopam Shiven Sah Modate
Om Iti Shree Devayaah Kavcham Sampoornam ||